पारद शिवलिंग महत्व - AN OVERVIEW

पारद शिवलिंग महत्व - An Overview

पारद शिवलिंग महत्व - An Overview

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सिद्ध कुंजिका स्तोत्र एक ऐसा दुर्लभ उपाय है जिसके पाठ के द्वारा कोई भी व्यक्ति पराम्बा देवी भगवती ...

इसके पश्चात इससे संबंधित मंत्र का शुद्ध रूप में उच्चारण करें।

फुलेरा दूज के दिन पूजा का फल प्राप्त करने के लिए जरूर करें ये जरूरी काम

सर्वप्रथम प्रतिमा को गंगाजल एवं कच्चे दूध से नहलाएं।

मोक्ष की प्राप्ति: धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, पारद शिवलिंग की नियमित पूजा मोक्ष की प्राप्ति में सहायक मानी जाती है।

घर के सभी वास्तु दोषों की समाप्ति के लिए और read more वातावरण को पवित्र करने के पारद शिवलिंग / pare ka shivling को घर में रखा जाता है। यदि आप अपने घर में मौजूद दरिद्रता और बुरी शक्तियों का नाश करना चाहते हैं इसे घर में स्थापित कर सकते हैं।

हां, आपको अवश्य ही कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए। सबसे पहले, किसी विश्वसनीय विक्रेता से ही शिवलिंग खरीदें। शिवलिंग का आकार और गुणवत्ता अच्छी होनी चाहिए, किसी भी तरह का क裂 या खरोंच नहीं होना चाहिए। आप अपनी इच्छानुसार छोटे या बड़े आकार का शिवलिंग चुन सकते हैं।

पारद श्री यंत्र को स्थापित करने की विधि:

साथ ही इसका आकार आपके अंगूठे के ऊपर वाले पोर से ज्यादा बड़ा नहीं होना चाहिए।

- थाल या पात्र में एकत्रित जल को पौधों में डाल सकते हैं.

रोज अभिषेक करताना नमः शिवाय मंत्र म्हणावा , 

पूजा के बाद इन शिवलिंगों की देखभाल कैसे करें?

शिवलिंगावर घरात सतत पाण्याची धार लावणे हे शक्य नसते म्हणून त्यावर चंदन पावडर गंगाजल मध्ये मिक्स करून लेप करून ठेवावा.

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